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Saturday 28 November 2020

युवा होनहार

युवा होनहार 
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आज मनन कैसे मनुज अनुगामी होते, अपने से कम आयु बंधुओं के भी 

कुछ होनहार अल्प-वय में ही लोकप्रिय-प्रभावी हैं, प्रजा लोहा मान लेती। 

 

मैं ५० से ऊपर, प्रयास से कुछ सफल, पर गतकाल संभावना  अनुरूप

मुझसे कम उम्र के कई लोग अति चर्चा में, जीवन में चढ़े अनेक सोपान। 

तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, सौरभ गांगुली ने क्रिकेट में बड़ा नाम-धन अर्जन

आज व्यवसायिक खेल छोड़ अन्य गतिविधियों में, अनेक अब भी प्रशंसक। 

 

शाहरुख़, सलमान, आमिर, अजय देवगण कुछ हमउम्र ही, फ़िल्मी नाम बड़े 

अमिताभ कम उम्र में ही स्टार थे, १९८२ की दुर्घटना में दुआ की सारे देश ने। 

राहुल गांधी उम्र में छोटे, पर ज्येष्ठ नरेंद्र मोदी को विश्वास संग ललकार रहे हैं 

युवा प्रतिभावान नेता-अभिनेता, प्रवक्ता टीवी पर चर्चा करते, लोग सुनते हैं। 

 

बराक, बुश जूनियर, क्लिंटन ५० की उम्र में ही सेवानिवृत अमेरिकी राष्ट्रपति से 

बिल गेट्स कम वय से ही वर्षों समृद्धतम थे, ललकारने वाला आया बड़े बाद में। 

लैरी पेज सर्जई ब्रिन ५० के भी , पर गूगल ने सोचने-जानने का बदला ढंग ही

टेसेला, स्पेस-X के एलोन मस्क १९७१ के जन्मे, चर्चित तकनीकी-व्यवसायी धनी। 

 

रघुराम राजन IIT दिल्ली IIM अहमदाबाद से पढ़े, फिर चर्चित अर्थशास्त्री गए बन 

उनकी पुस्तक 'The Third Pillar- How Markets & State Leave Community Behind'' रहा हूँ पढ़ 

भारत में RBI गवर्नर, ४० वर्ष की उम्र में ही IMF के मुख्य अर्थशास्त्री  निदेशक थे 

अब शिकागो के बूथ अर्थशास्त्र स्कूल में प्रोफेसर, सफलता अर्जित की परिश्रम से।  

 

सचिन पायलट कम उम्र में ही लोकसभा सदस्य थे, अब राजस्थान में उप-मुख्यमंत्री

अरविंद केजरीवाल १९६८ में जन्में, भ्रष्टाचार  विरुद्ध कूदें, आज मुख्यमंत्री दिल्ली।  

उनकी टीम में मनीष सिसोदिया समझदार लोकप्रिय हैं, और ज्यादा उम्र भी नहीं  

बिहार में तेजस्वी यादव प्रसिद्ध, उ०प्र० के अखिलेश कम उम्र में ही रहे मुख्यमंत्री।  

 

Apple स्थापक स्टीव जॉब्स कम उम्र में ही आविष्कारों से संचार-जग में क्रांति लाए 

PayPal, Palantir के पीटर थील, अमेरिका में उद्योगपति, लेखक, लोकोपकारक है। 

नेल्सन मंडेला कम उम्र में ही ANC अध्यक्ष थे, २७ वर्ष जेल रहें कराया देश स्वाधीन 

४१ वर्षीय अंबेडकर ने १९३२ में गांधी को गोलमेज परिषद में अछूत-समस्या पर किया संवेदनशील 

 

रामविलास पासवान १९७७ में छात्र राजनीति से आकर लोकसभा सदस्य बने 

करीब ४०-४२ वर्ष से निरंतर जन-सेवा में, अनेक सरकारों में लगातार मंत्री रहें। 

जगजीवन राम पुत्री मीरा १९७३ बैच की IFS, बाद में छोड़ राजनीति में गई 

बाद में कांग्रेस सरकारों में मंत्री लोकसभा अध्यक्ष बनीं, दुनिया उनको जानती। 

 

अब शंकराचार्य की उम्र तो अधिक थी, जब उनका देहावसान हुआ दुनिया से 

इसी अवधि में देश में चारों दिशाओं में पीठ स्थापन, हिंदु उनको पवित्र मानते। 

विवेकानंद मात्र ३९ वर्ष जीवित, पर प्रखर ज्ञान से इसी काल में ही प्राप्त प्रसिद्धि 

भारतेंदु, जयशंकर, कीट्स, शेक्सपीयर लंबे जिए, पर कालजयी रचनाऐं दी। 

 

सभी युगों में महावीर जन्मते हैं, वास्तव में हर किसी में महान गुण हैं निहित 

पर कुछ छोटी उम्र से ही होनहार होते, आगे जाकर वे महद उपाधियाँ प्राप्त। 

यह तो एक अनुवांशिक गुण सा, उत्तम देखभाल खानपान से उभरते और 

बेहतर परिवेश सबकी जरूरत, जिंदगी सँवारना चुनौती, ललकारती निरत। 

 

अनेक युवा-युवती छात्र-राजनीति से ही प्रसिद्ध होते, आगे बढ़कर नेता बनते 

कहना-सुनना, आलोचना-सहना सीख जाते, सख़्त त्वचा से हो सब झेल लेते। 

तंत्रों से पंगा लेने की शक्ति है, मार-पिटाई सहना या करनापार सब प्रपंचों से 

किसी बड़े के चरणों में बैठना भी सीख लेते, आशीर्वाद से अनेक तैर जाते हैं। 

 

कुछ तो निश्चित ही खुराफ़ाती, दबंगों से भिड़ने की हिम्मत, बड़ी पूँजी साहस 

यदि वे किञ्चित सदनीयत हो जाऐं, तो अनेक निर्बलों में विश्वास सकते फूँक। 

किसी- को सरस्वती का वरदान प्राप्त, विद्वान बनकर जगत की सेवा करते 

सोचने-व्यक्त करने की एक शक्ति होती, नीति देकर एक पथ इंगित करते। 

 

माना पूरी उम्र एक प्रक्रिया, हर दौर में जीवन की तुलना औरों से कर सकते 

सच में होनी भी चाहिए, जब और आगे बढ़ रहे, तुम अपने को क्यों हो रोके ?

सिद्धि हेतु संसाधन जुटाने होंगे, परस्वयं में एकाग्रता स्थापित जरूरी पहले  

फिर महद लक्ष्य चिन्हित करना, एक-चित्तता से ही चरण अग्र-वर्धित होंगे। 

 

इस सब कालों में युवक समाज-अग्रणी बनते दर्शितवे सत्यमेव विजयी 

बड़े निमग्न हो उन्हें ध्यान से सुनते, अनुसरण करने की करते कोशिश भी। 

पत्रकारों में रवीश कुमार अति लोकप्रिय, अकेले शक्त तंत्र से लोहा ले रहा 

बेबाकी से निज-बात कहने की उनमें हिम्मत, काफी प्रज्ञावान प्रतीत होता। 

 

पत्रकार प्रणव रॉय को १९८२-८३ से देखता, Star News पर समाचर पढ़ते थे 

बाद में NDTV बना लिया ३६-३७ वर्ष हो गए, अति-विश्वसनीय माने हैं जाते। 

अब उम्र लगभग ६९ वर्ष पर दीर्घकाल से अति लोकप्रियताविज्ञता है दिखती 

भाजपा काल में कुछ सख़्ती सी, पर यह राजनीति, उच्चता नकारता कोई। 

 

लालू नितीश १९७५ की आपात-स्थिति समय के जेपी आंदोलन की उपज हैं 

बिहार केंद्र राजनीति में अति सक्रिय, कई बार मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्री बने। 

तमिलनाडू में करुणानिधि १९६९-२०११ मध्य बार मुख्यमंत्री, १९२४ में जन्मे थे 

गांधी १९१५-१६ में ही सक्रिय राजनीति में गए, अति प्रसिद्धि बँटोर ली शनै। 

 

अब्राहम लिंकन १८०९ में जन्में, अमेरिकी राष्ट्रपति बने, अनेक संघर्षों से गुजरें 

पर मन में उनके अदम्य साहस, हर पल बेशकीमती, सदुपयोग आवश्यक थे। 

महान विजेता सिकंदर मात्र ३३ वर्ष जीवित था, पर एक-चौथाई विश्व जीत लिया 

४३ वर्षीय सुभाष की आज़ाद हिंद फौज, 'तुम मुझे खून दो, मैं आज़ादी दूँगा।'  

 

इंदिरा गांधी १९६७ में भारत की प्रधानमंत्री बन गई थी, तब मात्र ५० वर्ष की थी 

माना उत्तम विरासत पिता जवाहर नेहरू से मिली, तथापि एक सशक्त नेता थी। 

१९७१ के पाक से युद्ध में भारत विजयी, पाक-विभाजन बांग्लादेश हुआ स्वाधीन

देश में गरीबी-निर्मूलन के कई उपाय किए, १९८४ में राष्ट्र-सेवा में वे हुई शहीद। 

 

अगस्त' १९१० जन्मीं अल्बानियायी मदर टेरेसा, असल में एंजेजे गोंरुचे बोजाखिऊ 

१९२९ में भारत आई प्रथम दार्जिलिंग फिर कोलकता रही, गरीबों का बहु-हित किया। 

कुष्ट-रोगियों हेतु हस्पताल खोला, अनेक यतीम-बेघर बच्चों को निज शरण में लिया 

'Missionaries of Charity' विख्यात संस्थाप्रथम पद्मश्री१९८० में भारत-रत्न पुरस्कार मिला।  

 

डॉ० मनमोहन सिंह १९३२ में जन्मे, बड़े बचपन में ही माँ गुजरी, दादी द्वारा पाले गए थे 

विभाजन बाद अमृतसर घर बनापंजाब विश्वविद्यालय फिर ऑक्सफ़ोर्ड से अर्थशास्त्र पढ़े।  

संयुक्त राष्ट्र में थे, दिल्ली अर्थशास्त्र स्कूल में पढ़ाया, १९७२ में बने देश के मुख्य अर्थशास्त्री

RBI गवर्नरयोजना आयोग उपाध्यक्षUGC अध्यक्ष, वित्त मंत्री, २००४-१४ मध्य प्रधानमंत्री। 

 

कहने का तात्पर्य कि मनुष्य निज अदम्य मन-शक्ति से अनेक विजय प्राप्त सकता कर 

माना कारक अनेक हैं अंतिम सुपरिणाम हेतु, पर चलने वाले को मिल ही जाता है पथ। 

 


पवन कुमार,

२८ नवंबर, २०२०, शनिवासर, १०:२२ बजे प्रातः

(मेरी महेंद्रगढ़ डायरी दि० २२ २३ मई, २०१९ समय :३५ बजे :०७ बजे प्रातः से)